आजकल की गलत खानपान की आदतें और तनावपूर्ण जीवनशैली के कारण एसिडिटी, गैस, कब्ज और पेट की अन्य समस्याएं आम हो गई हैं। बार-बार दवाइयों का सेवन करने से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए आयुर्वेद में प्राकृतिक और घरेलू उपायों का पालन करना बेहतर होता है। यह न केवल तुरंत आराम देते हैं, बल्कि शरीर को अंदर से मजबूत भी बनाते हैं।
चरक संहिता और अष्टांग हृदयम् जैसे प्राचीन आयुर्वेद ग्रंथों में भी पाचन और पेट की समस्याओं के समाधान के लिए विभिन्न जड़ी-बूटियों और घरेलू उपायों का वर्णन किया गया है। इस ब्लॉग में हम 5 प्रमाणित आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खों के बारे में जानेंगे, जो पेट की समस्याओं से राहत देने में मदद कर सकते हैं।
1. गुनगुने पानी और शहद का सेवन
सुबह उठते ही खाली पेट गुनगुना पानी और एक चम्मच शहद पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और एसिडिटी से राहत मिलती है। यह पेट की अंदरूनी सफाई करता है और मेटाबॉलिज्म को भी सुधारता है।
🔹 कैसे करें इस्तेमाल?
- एक गिलास हल्का गर्म पानी लें।
- इसमें एक चम्मच शुद्ध शहद मिलाएं।
- इसे धीरे-धीरे पिएं।
- रोज़ सुबह खाली पेट इसका सेवन करें।

2. सौंफ और मिश्री का सेवन
भोजन के बाद सौंफ और मिश्री खाने से पाचन तंत्र बेहतर होता है और एसिडिटी कम होती है। सौंफ में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पेट की जलन को शांत करने में मदद करते हैं।
🔹 कैसे करें इस्तेमाल?
- भोजन के बाद एक चम्मच सौंफ और मिश्री मिलाकर खाएं।
- इसे धीरे-धीरे चबाएं, ताकि इसका पूरा लाभ मिले।
- दिन में 2 बार इस उपाय को आजमा सकते हैं।
3. जीरा और अजवाइन का काढ़ा
जीरा और अजवाइन पाचन में सुधार करते हैं और गैस्ट्रिक समस्याओं को दूर करने में मददगार होते हैं। यह पेट की सूजन और गैस को कम करने में भी कारगर है।
🔹 कैसे करें इस्तेमाल?
- एक गिलास पानी में 1/2 चम्मच जीरा और 1/2 चम्मच अजवाइन डालकर उबालें।
- इसे हल्का ठंडा करके छान लें और धीरे-धीरे पिएं।
- बेहतर परिणाम के लिए रोज़ खाना खाने के 30 मिनट बाद इसका सेवन करें।
4. अदरक और नींबू का रस
अदरक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है जो पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है, जबकि नींबू पेट की अम्लीयता को नियंत्रित करता है। यह एसिडिटी, गैस और पेट दर्द में आराम देता है।
🔹 कैसे करें इस्तेमाल?
- एक छोटा टुकड़ा अदरक कद्दूकस करके उसमें आधा नींबू निचोड़ें।
- इसे गुनगुने पानी के साथ मिलाकर पिएं।
- भोजन के बाद इसे लेने से अपच और गैस में राहत मिलती है।
5. ठंडा दूध या छाछ का सेवन
अगर एसिडिटी या जलन बहुत ज्यादा हो, तो ठंडा दूध या छाछ पीना एक बेहतरीन उपाय हो सकता है। दूध में मौजूद कैल्शियम एसिडिटी को तुरंत न्यूट्रलाइज करता है और छाछ प्रोबायोटिक्स से भरपूर होता है, जो गट हेल्थ को सुधारता है।
🔹 कैसे करें इस्तेमाल?
- 1 गिलास ठंडा दूध (बिना चीनी) पिएं।
- या फिर 1 गिलास छाछ में थोड़ा सा भुना जीरा मिलाकर पिएं।
- इससे तुरंत राहत मिलेगी और पेट हल्का महसूस होगा।
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